मूत्र का संक्रमण बैक्टेरियाजनित संक्रमण होता है। यह संक्रमण मूत्र-पथ (पेशाब करने के रास्ते) के एक हिस्से को संक्रमित करता है। जब यह निचले हिस्से को प्रभावित करता है, तब इसे सामान्य मूत्र संक्रमण या मूत्राशय में होने वाली सूजन कहा जाता है। जब यह ऊपरी मूत्र-पथ को प्रभावित करता है, तो इसे गुर्दे का संक्रमण कहा जाता है।

गर्भवती महिलाओं में भी मूत्र संक्रमण होने का खतरा बना रहता है। इसके लिए प्रसव से पहले ही उनके मूत्र की जाँच कराई जाती है। बैक्टीरिया मूत्र-पथ को दो प्रकार से संक्रमित करते हैं। रक्त से गुर्दों में जाकर मूत्र-पथ को संक्रमित करते हैं, या फिर मूत्र-मार्ग के द्वारा घुसकर मूत्र-पथ को संक्रमित करते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, गंदे शौचालयों और शौचालयों की कमी के कारण भारत में लगभग 50 फीसदी महिलाएँ यू.टी.आई. (uti kya hai)से पीड़ित(urine problem in hindi) होती हैं।

मूत्र मार्ग में संक्रमण के लक्षण (Urine Infection Symptoms in Hindi)

आप मूत्र पथ में संक्रमण की पहचान इन लक्षणों (urine infection symptoms) से कर सकते हैंः-

  • बुखार लगभग 101 डिग्री से कम रहना और ठण्ड लगना।
  • अस्वस्थ महसूस करना।
  • छोटे बच्चों में बुखार के साथ उल्टी आना।
  • भूख ना लगना।
  • कमर दर्द।
  • मितली आना।
  • मूत्र त्याग करते समय जलन (peshab mein jalan) एवं दर्द।
  • बार-बार मूत्र त्यागना।
  • मूत्र में रक्त का आना।
  • मूत्र में मवाद आना।
  • एक बार में मूत्र का पूरी तरह से ना आना।
  • बार-बार तेज पेशाब आने जैसा महसूस होना, लेकिन परेशानी के साथ थोड़ी-सा पेशाब आना।
  • नाभि से नीचे पेट में दर्द एवं भारीपन होना।
  • गंदला एवं गहरे रंग का बदबूदार पेशाब आना।
  • बुजुर्गो में हाइपोथर्मिया (Hypothermia), भूख ना लगना और सुस्ती।

मूत्र पथ में संक्रमण होने के कारण (Urine Infection Causes in Hindi)

मूत्र में संक्रमण की समस्या के ये कारण हो सकते हैंः-

  • महिलाओं में होने वाले संक्रमण का सबसे बड़ा कारण वैस्टर्न स्टाइल के टॉयलेट हैं। इसके साथ ही अस्वच्छ शौचालयों का इस्तेमाल करने से भी यह रोग होता है।
  • बहुत देर तक पेशाब रोककर रखने की आदत के कारण।
  • यह संक्रमण अधिकतर इ.कोली (E.Coli)बैक्टेरिया के कारण होता है। यह बैक्टेरिया सामान्य रूप से पाचनतंत्र में मौजूद होता है।   क्लेमेडिया (Chlamydia)और माइकोप्लाज़म (Mycoplasma) बैक्टेरिया से भी मूत्रमार्ग का संक्रमण होता है।
  • पथरी के कारण मूत्र का प्रवाह रुकने पर मूत्र मार्ग में संक्रमण होता है।
  • गर्भावस्था के दौरान।
  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
  • कई लोगों के साथ एवं असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कारण।
  • स्वच्छता की कमी।
  • गर्भनिरोधक का उपयोग।
  • डायबिटीज (शुगर)
  • एंटीबायोटिक दवाओं का अधिक प्रयोग।

मूत्र मार्ग के संक्रमण के इलाज के लिए घरेलू उपाय (Home Remedies for Urine Infection in Hindi)

आप पेशाब में संक्रमण का घरेलू इलाज (urine infection treatment) या यूरिन इन्फेक्शन का आयुर्वेदिक इलाज इन उपाय से कर सकते हैंः-

इलायची के इस्तेमाल से मूत्र पथ के संक्रमण का इलाज (Cardamom: Home Remedies for Urine Infection Treatment in Hindi)

5-7 इलायची के दानों को पीस लें। इसमें आधा चम्मच सोंठ पाउडर मिलाएँ। इसमें  का रस और सेंधा नमक मिलाएँ। इसे गुनगुने पानी में मिलाकर पिएँ।  यूरिन इन्फेक्शन का आयुर्वेदिक इलाज इलायची के मदद से कर सकते हैं।

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